Camel Protection Scheme 2024, उष्ट्र संरक्षण योजना 2024
देश का क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा राज्य राजस्थान प्रदेश है और इसका अधिकांश भाग थार मरुस्थल में पड़ता है ऐसे में ऊंट ही मरुस्थल में एक मात्र परिवहन का साधन होता है ऊंट को मरुस्थल का जहाज भी कहा जाता है परंतु बढ़ते प्रदूषण तथा मौसम के बदलने के कारण ऊंटो की संख्या में लगातार कमी आ रही है ऐसे में राजस्थान सरकार ने ऊंटों के संरक्षण के लिए उष्ट्र संरक्षण योजना की शुरुआत की है Ushtra Sanrakshan Yojana 2024 में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन तथा इसके फायदे जानने के लिए कृपया इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ें।
उष्ट्र संरक्षण योजना क्या है?
राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने 14 नवंबर को बाल दिवस के मौके पर उष्ट्र संरक्षण योजना की शुरुआत किया है इस योजना में राजस्थान प्रदेश में घटती ऊंटो की संख्या को कम करके उन्हे संरक्षण प्रदान करना है। इस योजना में कुल 10,000 रुपए की राशि प्रदान की जायेगी, जिसको दो किश्तों में लाभार्थी के खाते में भेजा जाएगा। इस योजना का वित्तीय बजट 2.60 करोड़ रुपए है, वर्ष 2022-23 में ऊंट संरक्षण एवं विकास के लिए सरकार ने कुल 10 करोड़ रुपए का प्रावधान किया था।
Key Highlights
योजना का नाम | उष्ट्र संरक्षण योजना |
राज्य | राजस्थान |
शुरू की गई | श्री अशोक गहलोत द्वारा |
आवेदन प्रकार | ऑफलाइन/ ऑनलाइन |
कैटेगरी | Rajasthan Government Schemes |
आधिकारिक वेबसाइट | http://www.pashuaushadh.com |
उष्ट्र संरक्षण योजना के उद्देश्य
राजस्थान सरकार द्वारा योजना के महत्वपूर्ण उद्देश्य प्रदान किए गए हैं जो निम्न प्रकार हैं:
- योजना के तहत सरकार द्वारा ऊंटो के संरक्षण के लिए विभिन्न प्रकार की नीतियां प्रदान की जाएंगी।
- ऊंट संरक्षण योजना में ऊंट पालकों को वित्तीय सहायता प्रदान किया जायेगा।
- सभी मादा ऊंट तथा बच्चे के लिए पशु चिकित्सक की व्यवस्था प्रदान करना जिससे आपातकालीन की स्थिति में जल्दी इलाज मिल सके।
- सभी मादा ऊंट और बच्चे को पहचान पत्र उपलब्ध कराना जो पशु चिकित्सक द्वारा बनाया जायेगा।
- प्रत्येक पहचान पत्र के लिए 50 रुपए की दर से मानदेय पशु चिकित्सक को प्रदान किया जायेगा।
- देश में घटती ऊंटों की संख्या में रुकावट लाना और उन्हे संरक्षण प्रदान करना।
राजस्थान आजीविका ऋण योजना ऑनलाइन आवेदन करें
उष्ट्र संरक्षण योजना के लाभ
ऊंट संरक्षण योजना में मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने योजना के तहत लाभार्थी को मिलने वाले लाभों के बारे में बताया जो निम्न प्रकार हैं:
- योजना में लाभार्थी को 10000 रुपए प्रदान किए जायेंगे जो दो किस्तों में DBT ke माध्यम से भेजे जायेंगे।
- पशु चिकित्सक द्वारा मादा ऊंट एवं बच्चे को टैग लगाकर पहचान पत्र देने के बाद 5000 रुपए की पहली किश्त ऊंट पालक के बैंक खाते में भेज दी जाएगी।
- बच्चे के एक वर्ष पूर्ण होने के पश्चात द्वितीय किश्त के रूप में 5000 रुपए लाभार्थी के बैंक खाते में भेज दी जाएगी।
- प्रत्येक पहचान पत्र के लिए 50 रुपए प्रति पहचान पत्र को दर से मानदेय पशु चिकित्सक को दिए जायेंगे।
उष्ट्र संरक्षण योजना की पात्रता
राजस्थान सरकार ने योजना में शामिल होने के लिए पात्रता भी जारी की है जो निम्न प्रकार है:
- आवेदनकर्ता राजस्थान प्रदेश का मूल निवासी होना चाहिए अन्यथा वह योजना में शामिल नहीं किया जायेगा।
- आवेदनकर्ता को ऊंट पालने का प्रमाण देना होगा ताकि यह पता लग पाए की ऊंट स्वयं उसके हैं।
- ऊंट पालक की वार्षिक आय 120000 रुपए से कम होनी चाहिए।
उष्ट्र संरक्षण योजना में ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया
योजना में आवेदन ऑनलाइन अथवा ऑफलाइन दोनो माध्यम से हो सकता है ऑफलाइन आवेदन करने के लिए आपको अपने क्षेत्र के पटवारी अथवा सरपंच से संपर्क करना पड़ेगा। इस आर्टिफल में हम केवल ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया बताएंगे जो निम्न प्रकार है:
- सबसे पहले आपको योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- ऑफिशियल वेबसाइट पर विजिट करने के पश्चात आपको होमपेज पर रजिस्ट्रेशन बटन पर क्लिक करना होगा।
- रजिस्ट्रेशन करने के लिए आपको अपनी व्यक्तिगत जानकारी भरना होगा।
- जानकारी भरने के पश्चात आपको अपने सभी दस्तावेजों को अपलोड करना होगा।
- सभी जानकारी भरने के पश्चात आपको Submit बटन पर क्लिक करना होगा और मिले हुए पंजीकरण संख्या को नोट करना होगा।
राजस्थान किसान बीज उपहार योजना ऑनलाइन आवदेन
ऊंट संरक्षण योजना में आवेदन करने के लिए जरूरी दस्तावेज
Ushtra Sanrakshan Yojana में आवेदन करने के लिए निम्नलिखित दस्तावेज होने आवश्यक हैं:
- आधार कार्ड
- जन आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- मोबाइल नंबर
- निवास प्रमाण पत्र
- बैंक पासबुक
- स्व घोषणा पत्र
- चिकित्सक द्वारा दिया गया टैग
- पहचान पत्र
- पता
- पासपोर्ट साइज फोटो
FAQs
उष्ट्र संरक्षण योजना क्या है?
राजस्थान। के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत जी ने इस योजना की शुरुआत करके प्रदेश में ऊंट के पालन को बढ़ावा देना और ऊंट पालकों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है।
उष्ट्र संरक्षण योजना में कितनी राशि प्रदान की जाती है?
इस योजना में लाभार्थी को कुल 10000 रुपए प्रदान किए जाते हैं जो दो किश्तों में प्रदान किए जाती है पहली किश्त बच्चे के जन्म के समय और दूसरी किस्त बच्चे के 1 वर्ष पूर्ण होने के पश्चात दी जाती है।
उष्ट्र संरक्षण योजना के क्या उद्देश्य हैं?
इस योजना का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में घटती ऊंटों की संख्या में रुकावट लाकर ऊंट पालन को बढ़ावा देना है और उन्हे अच्छी स्वास्थ सुविधा प्रदान करना है।